UPI Payment New Rules 2026 : 1 जनवरी से बदल जाएंगे Google Pay और PhonePe के नियम! आज ही निपटा लें ये काम

मयंक त्रिगुण, ब्यूरो चीफ

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JYNEWSUPI New Rules From 1st Jan 2026: अगर आप भी अपनी चाय की चुस्की से लेकर बड़े मॉल की शॉपिंग तक के लिए Google Pay, PhonePe या Paytm का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। नए साल 2026 की शुरुआत के साथ ही डिजिटल ट्रांजेक्शन की दुनिया में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI के नियमों में कुछ कड़े संसोधन किए हैं, जो 1 जनवरी 2026 से लागू हो जाएंगे।

इन नए नियमों का सीधा असर आपकी जेब और डिजिटल वॉलेट पर पड़ेगा। अगर आपने समय रहते सावधानी नहीं बरती, तो आपका UPI अकाउंट बंद भी हो सकता है। आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में विस्तार से।

1. निष्क्रिय UPI आईडी हो जाएंगी बंद (Deactivation of Inactive UPI IDs)

NPCI के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, सुरक्षा के मद्देनजर उन सभी UPI आईडी को बंद करने का निर्देश दिया गया है जो पिछले 1 साल (12 महीने) से सक्रिय नहीं हैं।

  • कारण: अक्सर लोग मोबाइल नंबर बदलने के बाद पुरानी UPI आईडी को वैसे ही छोड़ देते हैं, जिससे फ्रॉड का खतरा बढ़ जाता है।
  • बचाव का तरीका: अगर आपके पास कोई ऐसी UPI आईडी है जिससे आपने लंबे समय से पेमेंट नहीं किया है, तो 31 दिसंबर 2025 से पहले कम से कम एक छोटा ट्रांजेक्शन (जैसे 1 रुपये का) जरूर कर लें। ऐसा करने से आपकी आईडी एक्टिव श्रेणी में रहेगी।

2. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication) हुआ सख्त

ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए RBI ने सुरक्षा की एक नई परत जोड़ने का फैसला किया है। अब Google Pay और PhonePe जैसे ऐप्स पर ट्रांजेक्शन करते समय सुरक्षा के कड़े मानकों का पालन करना होगा।

  • क्या बदलेगा: बड़े ट्रांजेक्शन के दौरान अब केवल पिन (PIN) डालना काफी नहीं होगा। कुछ विशेष मामलों में बायोमेट्रिक या डिवाइस-आधारित ऑथेंटिकेशन अनिवार्य किया जा सकता है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि पैसा खाताधारक की अनुमति के बिना ट्रांसफर न हो सके।

3. ट्रांजेक्शन लिमिट में बदलाव (Transaction Limits)

1 जनवरी 2026 से अलग-अलग श्रेणियों के लिए UPI ट्रांजेक्शन की सीमा को भी संशोधित किया जा सकता है। विशेष रूप से नए यूजर्स के लिए, जो पहली बार UPI रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं, पहले 24 घंटों के लिए ट्रांजेक्शन लिमिट को सीमित रखा जाएगा। यह कदम ‘फिशिंग’ और ‘स्कैम’ के जरिए होने वाले बड़े नुकसान को रोकने के लिए उठाया गया है।

4. KYC अपडेट करना होगा अनिवार्य

डिजिटल वॉलेट और UPI ऐप्स के लिए अब अपनी KYC (Know Your Customer) डिटेल्स को अपडेट रखना अनिवार्य होगा। अगर आपकी केवाईसी अधूरी है या बैंक रिकॉर्ड के साथ मेल नहीं खा रही है, तो 1 जनवरी के बाद आपके ट्रांजेक्शन फेल हो सकते हैं।

चेतावनी: अपना आधार और पैन कार्ड अपने बैंक खाते के साथ अपडेट रखें ताकि डिजिटल भुगतान में कोई बाधा न आए।


UPI यूजर्स के लिए ‘चेकलिस्ट’ (आज ही निपटाएं ये काम)

नए साल के जश्न में डूबने से पहले नीचे दिए गए कार्यों को पूरा कर लें:

  1. पुराने अकाउंट चेक करें: अपने फोन में मौजूद सभी पेमेंट ऐप्स को खोलें और देखें कि कोई पुरानी आईडी बंद तो नहीं होने वाली।
  2. एक ट्रांजेक्शन जरूर करें: सभी सक्रिय आईडी से एक सफल भुगतान करें।
  3. ऐप अपडेट करें: प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर जाकर अपने Google Pay, PhonePe और Paytm ऐप्स को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करें।
  4. पिन बदलें: सुरक्षा के लिहाज से साल के अंत में अपना UPI पिन बदल लेना एक अच्छी आदत है।

डिजिटल सुरक्षा की ओर एक बड़ा कदम

इन बदलावों को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ये नियम ग्राहकों के हित में हैं। भारत में UPI ट्रांजेक्शन की संख्या हर महीने रिकॉर्ड तोड़ रही है, जिसके साथ ही साइबर अपराधी भी सक्रिय हो गए हैं। RBI का मुख्य उद्देश्य भारत को ‘सेफ डिजिटल पेमेंट हब’ बनाना है।

1 जनवरी 2026 से होने वाले ये बदलाव न केवल आपके पैसे को सुरक्षित रखेंगे बल्कि डिजिटल पेमेंट के इकोसिस्टम को और अधिक पारदर्शी बनाएंगे।